भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहिन्दर अमरनाथ ने मुंबई में जीजेईपीसी द्वारा आयोजित इंडिया जैम एण्ड ज्वैलरी अवॉर्ड्स दिए

•  आईजीजेए 2020 के दौरान कुल 32 पुरस्कार दिए गए
•  आईजीजेए भारत में ज्वैलरी सेक्टर के सबसे पुराने प्लेटफॉर्म्स में से एक है जो इस क्षेत्र में निर्यात को प्रोत्साहित करता है तथा मैनफैक्चरिंग, फाइनेंस एवं इनोवेशन में उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार से सम्मानित करता है

जैम एण्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउन्सिल ने मुंबई के ताज लैण्ड्स ऐंड में जीआईए द्वारा पावर्ड इंडिया जैम एण्ड ज्वैलरी अवॉर्ड्स (आईजीजेए) के 47वें संस्करण का आयोजन किया। आईजीजेए भारत में ज्वैलरी सेक्टर के सबसे पुराने प्लेटफॉर्म्स में से एक है जो इस क्षेत्र में निर्यात को प्रोत्साहित करता है तथा मैनफैक्चरिंग, फाइनेंस एवं इनोवेशन में उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार से सम्मानित करता है। आईजीजेए 2020 के दौरान कुल 32 पुरस्कार दिए गए।

ये पुरस्कार भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, मुख्य अतिथि श्री कपिल देव तथा पूर्व भारतीय क्रिकेटर, माननीय अतिथि श्री मोहिन्दर अमरनाथ ने दिए। इस मौके पर श्री कोलिन शाह, चेयरमैन जीजेईपीसी; श्री अशोक गजेरा, रीजनल चेयरमैन, पश्चिमी क्षेत्र, जीजेईपीसी; श्री मनसुख कोठारी; कन्वेनर, इवेंट्स, जीजेईपीसी; श्री सभ्यसाची रे, ईडी, जीजेईपीसी; श्री श्रीराम नटराजन, एमडी, जीआईए भी मौजूद थे।

इस अवसर पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा, ‘‘आईजीजेए 2020 में पुरस्कार जीतने वाले सभी विजेताओं को बधाई। रत्न एवं आभूषण उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह 4.3 मिलियन लोगों को रोज़गार देता है, ऐसे में यह रोजगार सृजन करने वाले सबसे बडे़े सेक्टरों में से एक है। यह जानकर अच्छा लगा कि भारत का डायमण्ड सेक्टर, कीमती रत्नों की कटिंग और पॉलिशिंग के लिए दुनिया में चैम्पियन है। मुझे विश्वास है कि यह उद्योग इसी तरह काम करता रहेगा और पिछले सालों की तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए देश की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान देता रहेगा।’’

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहिन्दर अमरनाथ ने कहा, ‘‘रत्न एवं आभूषण उद्योग अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाला मुख्य क्षेत्र है, लेकिर इस सेक्टर के बारे में एक बहुत अच्छी चीज़ है, जिसे लोग बहुत कम जानते हैं। यह सेक्टर समाज कल्याण के लिए असंख्य परोकारी गतिविधियों में भी सक्रिय रहता है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि यह उद्योग समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। अच्छी शिक्षा के लिए स्कूल, इलाज के लिए अस्पताल, सड़कों एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं के निर्माण द्वारा यह सेक्टर स्थानीय समुदायों के सशक्तीकरण में भी योगदान देता है। मैं काउन्सिल एवं उद्योग जगत को शुभकामनाएं देना चाहता हूं और उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में भी वे समाज कल्याण की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।’’

इस अवसर पर जीजेईपीसी के चेयरमैन, श्री कोलिन शाह ने कहा, ‘‘भारत रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में दुनिया की अगुवाई के लिए तैयार है। आज जीजेईपीसी ने उद्योग जगत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को इंडिया जैम एण्ड ज्वैलरी अवॉर्ड्स 2020 से सम्मानित किया। महामारी के बावजूद इनका उत्कृष्ट प्रदर्शन इस बात की पुष्टि करता है कि हम आर्थिक सुधार के मार्ग पर अग्रसर हैं!’’

कोलिन ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘हम भारतीय उद्योग की भावना को सलाम करते हैं, सरकार के सहयोग, उनकी अनुकूल नीतियों एवं कारोबार के लिए अनुकूल वातावरण के बिना विकास की यह गति संभव नहीं थी।’’

‘‘भारत ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्यात के लिए तय किया गया 400 बिलियन डॉलर का लक्ष्य हासिल कर लिया है। हमें गर्व है कि रत्न एवं आभूषण उद्योग ने इसमें तकरीबन 10 फीसदी योगदान दिया है। भारत से रत्न एवं आभूषणों का निर्यात अप्रैल 21 से फरवरी 22 के बीच 63 फीसदी बढ़कर 35.48 बिलियन डॉलर सालाना तक पहुंच गया है।’’

वित्तीय वर्ष 2022-23 में, भारत सरकार ने हमारे सेक्टर के लिए 50 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य तय किया था। जीजेईपीसी बाज़ार उन्मुख प्रोग्रामों के साथ अपने सदस्यों को कारोबार के ज़्यादा से ज़्यादा अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। दुनिया को ‘भारत में निर्मित’ सर्वश्रेष्ठ आभूषण उपलब्ध कराने के लिए इस साल जीजेईपीसी दुबई में अपना कार्यालय खोल रहा है तथा यूएई एवं यूएसए में कारोबार शो आयोजत करेगा। इसके अलावा जयपुर में भी अन्तर्राष्ट्रीय खरीददारों के लिए एक्सक्लुज़िव शो आयोजित किया जाएगा।

  

विपुल शाह, वाईस चेयरमैन, जीजेईपीसी ने कहा, ‘‘2020 में भारत का स्थिर विकास, रत्न एवं आभूषण उद्योग की क्षमता की पुष्टि करता है। हम आधुनिक तकनीकों और डिज़ाइनों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए विश्वस्तरीय रत्नों और आभूषणों के निर्माण में अपनी क्षमता बढ़ाना चाहते हैं। मुझे खुशी है कि हमारे उद्योग ने कारोबार के प्रतिस्पर्धी वातावरण को अपनाया है और विश्वस्तरीय डिज़ाइनिंग एवं निर्माण के साथ-साथ आर्टीसन अवॉर्ड एवं डिज़ाइन सेमिनारों का आयोजन किया है।’’

मनसुख कोठारी, कन्वेनर, इवेंट्स, जीजेईपीसी ने कहा, ‘‘रत्न एवं आभूषण उद्योग ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि यह मुश्किल से मुश्किल चुनौती से भी निपट सकता है। हमारे संसाधन विश्वस्तरीय उद्योग की ज़रूरत के अनुसार हर बदलाव को अपनाने के लिए तैयार हैं। और आज की शाम आईजीजेए 2020 में हम सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को सम्मानित कर रहे हैं।’’

आईजीजेए एक ऐसा मंच है जो भारतीय रत्न एवं आभूषण उद्योग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित करता है। ये पुरस्कार एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहित करते हैं और खासतौर पर प्रतिभाशाली महिलाओं को सम्मानित कर अन्य लोगों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित करते हैं। आईजीजेए देश भर से विभिन्न स्तरों की कंपनियों को आकर्षित करता है। ये पुरस्कार बड़े, छोटे एवं मध्यम सेगमेन्ट्स में बांटे गए हैं, हर श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पहचान कर उन्हें सम्मानित किया जाता है।